ईद-उल-अज़हा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है यह इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है
लखनऊ। ईद-उल-अज़हा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है यह इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो बलिदान, समर्पण और भाईचारे का प्रतीक है। आने वाले ईद-उल-अज़हा (बकरीद) त्योहार के मद्देनज़र सुन्नी मजलिसे अमल की ओर से बुद्धवार को अकबरी गेट स्थित गोल्डन पैलेस में एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सुन्नी मजलिसे अमल के सदर मौलाना यासिर फारुक़ी तथा पुलिस विभाग से डीसीपी पश्चिप, एडीसीपी पश्चिप, व एसीपी चौक, एसीपी बाज़ार खाला तथा थाना प्रभारी चौक, थाना प्रभारी बाज़ार खाला, थाना प्रभारी सआदतगंज, थाना प्रभारी ठाकुरगंज, व कई सब इंस्पेक्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों के संभ्रांत लोग शामिल हुए थे। जिसमे ख़ास तौर से मोहम्मद शुएब कुरैशी व डॉ सलमान, इमरान कुरैशी, पार्षद लईक़ आगा आदि शामिल थे। इस दौरान हर साल की तरह इस बार भी प्रशासन द्वारा लोगों को त्योहार से संबंधित व्यवस्थाओं से अवगत कराया गया। इस दौरान लोगों से अपील की गई की ईद उल अजहा के मौके पर प्रतिबंध जानवरों की कुर्बानी ना करें तथा खुले में कुर्बानी ना करें। साथ ही लोगों को बताया गया की कुर्बानी के जानवर से निकलने वाला वेस्ट होझड़ी, पचौनी आदि सड़कों, मोहल्लों पर इधर-उधर ना फेके बल्कि केवल नगर निगम द्वारा निर्धारित प्वाइंट्स पर ही फेंके जिससे किसी को परेशानी न हो। कुर्बानी से संबंधित तस्वीरें या वीडियो सोशल मीडिया पर साझा न करें, ताकि किसी की भावनाएं आहत न हों। इस मौके पर कार्यक्रम में मौजूद पुलिस के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। मीटिंग में नगर निगम के जोन 6 के जोनल अधिकारी भी उपस्थित रहे उन्होंने आश्वासन दिया कि इस बार बकरीद के लिए पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने लोगों से अपील की कुर्बानी का वेस्ट केवल नगर निगम द्वारा निर्धारित प्वाइंट्स पर ही फेंका जाए। वहीं डीएसपी पश्चिम ने भी लोगों से अनुरोध किया कि कुर्बानी का वेस्टेज नगर निगम द्वारा बनाए गए प्वाइंट्स पर ही निस्तारित करें। उन्होंने चेतावनी दी कि इधर-उधर वेस्ट फेंकने से कोई जानवर इसे ऐसी जगह ले जा सकता है जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो। डीएसपी ने प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने पर जोर दिया।नगर निगम और प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन कर त्योहार को शांति और सौहार्द के साथ मनाया जाए।