अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पवार कॉरपोरेशन व उत्तर प्रदेश कॉरपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ लखनऊ के पदाधिकारियों के बीच वार्ता विफल
निविदा/संविदा कर्मचारी संघ का 72 घंटे कार्य बहिष्कार का ऐलान
बिजली उपभोक्ताओं के लिए कहीं परेशानी की वजह ना बन जाएं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन और कर्मचारी संगठनों की बढ़ती दूरियों का परिणाम कही प्रदेश की जनता को न भुगतना पड़े क्योंकि निविदा/संविदा कर्मचारी संघ उ प्र द्वारा 72 घंटे के कार्य वहिस्कार की घोषणा से प्रदेश बिजली संकट की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा हैं इस कार्य बहिष्कार के दौरान अगर कहीं भी बिजली आपूर्ति बाधित होती है तो उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के द्वारा अपने दिया गए बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन एवं इसके सहयोगी निगमों द्वारा अपने स्वयं के आदेश का उलंघन कर आउटसोर्स कर्मचारियों कि छंटनी करने, 55 वर्ष का हवाला देकर कर्मचारियों को कार्य से हटाने, कार्य के अनुरूप अनुबंध न करने, वेतन भुगतान में भेदभाव करने, मार्च 2023 में हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस न लेने, हटाए गए कर्मचारियों के बकाए वेतन का भुगतान न करने,ई पी एफ घोटाले कि जांच न कराने, घायल कर्मचारियों का कैशलैस इलाज न कराने आदि के कारण संघ द्वारा 15 मई 2025 को शक्ति भवन लखनऊ पर सत्याग्रह किया गया जहां से पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों कि गिरफ्तारी कराकर ईको गार्डेन आलमबाग लखनऊ भिजवा दिया गया। जिसको ध्यान में रखकर संगठन द्वारा दिनांक 16 मई 2025 से प्रदेश के भिन्न-भिन्न जनपदों के 33/11 के वी विद्युत उपकेंद्रों से लेकर ईको गार्डेन आलमबाग लखनऊ तक पर सत्याग्रह शुरू किया गया जो आज चौथे दिन भी जारी रहा,लेकिन पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा कर्मचारियों कि समस्याओ का संज्ञान नहीं लिया गया। जिसको ध्यान में रखकर संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल दिनांक 19 मई को माननीय उर्जा मंत्री से उनके लखनऊ स्थित आवास पर मिलकर समस्याओं से अवगत कराने के लिए माननीय उर्जा मंत्री के लखनऊ स्थित आवास पर सुबह 11 बजे संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा जहां पर शाम 3 बजे मिलने कि सूचना प्राप्त हुईं तत्पश्चात सूचना मिली कि माननीय उर्जा मंत्री द्वारा अध्यक्ष पावर कॉरपोरेशन को संगठन पदाधिकारियों से वार्ता करने का निर्देश दिया गया।
शाम 5 बजे उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष एवं संगठन पदाधिकारियों के बीच वार्ता शुरू हुई जो लगभग डेढ़ घंटे तक चली किन्तु किसी भी बिंदु पर सहमति नहीं बनी जिसके कारण संगठन द्वारा वार्ता को विफल घोषित करते हुए 20 मई 2025 के ए पाली से 72 घंटे का होने वाले कार्य बहिष्कार को मजबूती के साथ करने कि घोषणा की गई है।