लखनऊ। पुराने लखनऊ के नख्खास मे आज शिया समुदाय के सैकड़ो लोगो ने कोरोना वायरस की रोकथम के लिए ज़रूरी सोशल डिस्टेंिसग का पालन करते हुए सउदी अरब सरकार के खिलाफ आन लाई सोशल मीडिया के माध्यम से ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। आल इन्डिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास के आवाहन पर हुए आन लाईन विरोध प्रदर्शन में शिया समुदाय के लोगो ने काले कपड़े पहन कर और अपने अपने घरो पर काले झण्डे लगा कर सउदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार की दोपहर हुए आन लाइन विरोध प्रदर्शन के बाद शिया धर्म गुरू
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मायावती ने कहा चीन छोड़ कर भारत आने वाली कम्पनियों की प्रतीक्षा के बजाए आत्मनिर्भर बने बीजेपी सरकार
लखनऊ। बसपा सुप्रिमो मायावती ने रविवार को योगी सरकार पर हमला बोलते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए। सुप्रिमो ने केन्द्र व यूपी सरकार को चीन छोड़कर भारत आने वाली कम्पनियों की प्रतीक्षा के बजाए अपने बूते आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एमओयू केवल जनता को वरगलाने व फोटो के लिए नहीं हो तो बेहतर है क्योंकि लाखों श्रमिकों को जीने के लिए लोकल स्तर पर रोजगार की प्रतीक्षा है। मयावती ने पहले ट्वीट में लिखा कि, ‘चीन छोड़कर भारत आने वाली कम्पनियों की प्रतीक्षा के बजाए केन्द्र व यूपी सरकार
आलमबाग मार्केट में भरा बारिश का पानी, महापौर ने किया निरीक्षण
लखनऊ। पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश सहित समूचे उत्तर भारत में मौसम खुशनुमा बना हुआ है। शनिवार को दिनभर आसमान में डेरा डाले बादलों ने शाम होते-होते राजधानी लखनऊ सहित आस-पास के जनपदों को तर-बतर कर दिया। तेज हवा के साथ बारिश की फुहारों ने मौसम का तापमान गिरा दिया। सुहावने मौसम ने लोगों को गर्मी से राहत तो दिलाई लेकिन लखनऊ के कई इलाकों में पानी भर गया। आलमबाग बाजार में भी पानी भर गया। स्थानीय दुकानदारों ने महापौर संयुक्ता भाटिया को फोन कर पानी का निकास कराने की मांग की। जिसके बाद महापौर ने जलमग्न बाजार का
12 घण्टे छूट के बाद 12 घण्टे रहती है सख्ती
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे वैसे तो लाक डाउन है लेकिन सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक पुलिस शहर मे कही भी किसी से भी रोकटोक नही कर रही है । सुबह 7 से शाम 7 तक लोग बिना रोकटोक सड़को पर आवाजाही कर रहे है हालाकि पूराने लखनऊ के मुख्य बाज़ार पहले की तरह से ही पूरी तरह से बन्द है लेकिन गली मोहल्लो की दुकाने अब पूरी तरह से खुल रही है । लाक डाउन का पालन कराने के लिए लखनऊ पुलिस सुबह 7 से शाम 7 तक सड़क पर गाड़िया चलाने वालो को भले
न हाथ मिलाया न गले मिले न किसी को घर बुलाया न किसी के घर गए फिर भी हो गई ईद
आज़ाद भारत के इतिहास मे ये पहली बार हुआ है जब तीस रोज़े रखने के बाद रोज़ादारो को ईद के त्योहार जैसा तोहफा तो चाॅद देखने के बाद मिल गया लेकिन ईद के दिन न तो एक दूसरे ने किसी से हाथ मिला और न ही किसी ने किसी को गले लगाया न कोई किसी के घर गया न किसी को अपने घर बुलाया न किसी ईदगाह मे आम नमाज़ियो ने ईद की नमाज़ अदा की और न ही किसी मस्जिद मे ईद की नमाज़ अदा की गई न ही बाज़ार सजे न ईदगाह के बाहर मेला ही लगा
कोरोना ने निगल ली ईद की खुशिया सूने है बाज़ार
आज़ाद भारत के इतिहास मे ये पहला मौका देखने को मिला है जब ईद की चाॅद रात है और देश की बाज़ारो मे सन्नाटा पसरा हुआ है ये भी आज़ाद भारत मे पहली बार ही देखने को मिला है कि रमज़ान के पूरे महीने मे मस्जिदो मे ताले पड़े रहे और आम नमाज़ियो ने रमज़ान के मुबारक महीने मे एक भी नमाज़ मस्जिदो मे बा जमात अदा नही की । ये भी इतिहास मे शायद पहली बार ही देखने को मिला होगा कि रमज़ान का पूरा महीना गुज़र गया और कही किसी ने एक भी रोज़ा अफतार पार्टी का अयोजन
कोविद 19 से बचाव के लिए चित्रकला के माध्यम से लोगो को जागरूक करेगा पत्रकार एसोसिएशन
8 घंटे की कड़ी धूप में कैसरबाग के ऐतिहासिक चौराहे पर राकेश प्रभाकर की टीम ने बनाई कलाकृति ए0डी0एम और ए0सी0पी0 ने कोरोना वारियर्स के चित्रों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया तथा कई कोरोना योद्धाओं को किया सम्मानित लखनऊ । उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के तत्वाधान में चित्रकला के माध्यम से कोरोना महामारी से जन मानस को जागरूक करने के लिए कैसरबाग के मुख्य चौराहे पर एक विशाल चित्र बनाकर वर्तमान में हॉटस्पॉट बने केसरबाग सहित पूरे लखनऊ को जागरूकता संदेश दिया गयाष्। यह चित्र क्रिएटिव आर्टिस्ट राकेश प्रभाकर एवं उनकी टीम द्वारा बनाया गयाष्है
आज़ाद भारत के इतिहास मे पहली बार मस्जिदो मे नही हुई अलविदा की नमाज
कोरोना वायरस के खतरें की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के दौरान आज़ाद भारत के इतिहास मे ये पहला अलविदा जुमा था जब पूरे देश मे कही भी किसी भी मस्जिद मे मुसलमानो ने रमज़ान माह के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज़ पूरे बा जमात अदा नही की गई। रमज़ान के आखिरी जुमे को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे अलविदा की नमाज़ को लेकर पुलिस पहले से ही मुस्तैद नज़र आई हालाकि मुस्लिम धर्म गुरूओ ने पहले ही ये एलान कर दिया था कि लाक डाउन के दौरान किसी भी मस्जिद मे कोई नमाज़ अदा
पुराने लखनऊ मे बन्द रहे बाज़ार
देश के साथ साथ लखनऊ की जनता भी पिछले 58 दिनो से लाक डाउन का पालन कर रही है और शहर के बाज़ार पिछले 57 दिनो तक बन्द रहे लेकिन 58वें दिन से ज़िलाधिकारी ने शहर के कुछ बाज़ारो को छोड़ कर कई बाज़ारो को नियम के तहत खोले जाने के आदेश दिए थे। पुराने लखनऊ का सबसे महत्वपूर्ण अमीनाबाद , नज़ीराबाद नख्खास और चाौक इलाका लाक डाउन के 58वें दिन भी पूरी तरह से बन्द रहा। लखनऊ के लोगो को ये उम्मीद थी कि बाजार खुलेेगें तो उनका रोज़गार शुरू हो जाएगा लेकिन ज़िलाधिकारी ने कुछ बाज़ारो को न
दो महीने बाद नख्खास में लगाई बुजुर्ग महिला ने चूड़ी की दुकान नाम मात्र हुई बिक्री
ठेले पर चूड़ी बेच कर अपने परिवार का भरण पोशण करने वाली कैम्पवेल रोड निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला बानो ने लाक डाउन के 57वें दिन नख्खास मार्केट के बाहर अपना चूड़ी का ठेला लगाया था । बानो ने 21 मार्च के बाद आज चूड़ी बेचना शुरू की है। ठेले पर 10 रूपए दर्जन रंग बिंरगी चूड़ियंा बेच रही बुजुर्ग चूड़ी की दुकानदार बानो कहती है कि वो पिछले 27 वर्षो से नख्खास के करीब अकबरी गेट के पास चूड़ी ठेले पर बेच रही है इन 27 वर्षो मे ऐसा पहली बार हुआ जब लगातार दो महिनो तक उनका कारोबार