तीन जोनों में चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान, अस्थायी ढांचे हटाए गए, जुर्माना भी वसूला गया
लखनऊ: शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एक बार फिर सख्त रवैया अपनाया है। माननीय महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर और नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार के आदेशानुसार बुधवार को शहर के विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया।
इस अभियान के जोन-6 के तहत बसंतकुंज सेक्टर से लेकर चोरघाटी पेट्रोल पंप तक सड़क किनारे किए गए अस्थायी अतिक्रमण को हटाया गया। कार्यवाही के दौरान 15 ठेले, 12 अस्थायी दुकानें हटाई गईं और 4 ठेले, 3 जालियां, 7 तराजू और 10 कैरेट सामान ज़ब्त किया गया। अतिक्रमणकर्ताओं को सख्त चेतावनी दी गई कि वे दोबारा इस जगह पर कब्जा न करें। इस कार्रवाई में उनसे ₹1500 का जुर्माना भी वसूला गया और भविष्य थाना अध्यक्ष को पत्र प्रेषित कर सहयोग की मांग की गई। यह अभियान जोनल अधिकारी श्री मनोज यादव, कर अधीक्षक श्री विजय शंकर, राजस्व निरीक्षक श्री आशीष कुशवाहा और 296 टीम व ईटीएफ टीम की उपस्थिति में संचालित हुआ।
इसी प्रकार जोन-3 के अंतर्गत राम राम बैंक चौराहा से इंजीनियरिंग कॉलेज तक भी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। जोनल अधिकारी श्री अमरजीत सिंह यादव के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई, जिसमें कर अधीक्षक श्री सभाजीत सिंह और राजस्व निरीक्षक श्री इमरान खान भी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्य सड़क से 13 सब्जी-फल के ठेले, 11 गुमटी और चाऊमीन-बर्गर के ठेले हटाए गए। साथ ही 2 लोहे के काउंटर, 2 स्टील के काउंटर, 2 लकड़ी की गुमटी, 15 बोर्ड, 2 टेबल टॉप और 20 लकड़ी के टट्टर भी ज़ब्त किए गए।
इसके अलावा जोन-5 में सरोजिनी नगर, दरोगा खेड़ा, नादरगंज चौराहा और बंगला बाजार पुल क्षेत्र में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। यहां से 4 ठेले, 2 गुमटी, 6 काउंटर और 20 बोर्ड हटाए गए। दुकानदारों को सख्त चेतावनी दी गई कि दोबारा अतिक्रमण न करें। यह अभियान जोनल अधिकारी श्री नन्दकिशोर, कर अधीक्षक श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, राजस्व निरीक्षक श्री हर्षेन्द्र प्रताप सिंह, प्रवर्तन दल (296) और पुलिस बल की मदद से चलाया गया।
नगर निगम का यह सख्त कदम शहर को साफ-सुथरा और ट्रैफिक-जाम मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि भविष्य में भी इसी प्रकार नियमित रूप से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलते रहेंगे। नगर निगम ने जनता से अपील की है कि वे स्वयं भी अतिक्रमण से बचें और शहर को स्वच्छ व व्यवस्थित बनाए रखने में सहयोग करें।