इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब की को-ओनर प्रीति जिंटा अपने गुस्से को लेकर काफी चर्चा में हैं। पहले टीम के मेंटर वीरेंद्र सहवाग के साथ बहस और अब एक मंत्री जी पर उनका भड़कना सुर्खियों में है। किंग्स इलेवन पंजाब ने अपना होम ग्राउंड मोहाली से इंदौर शिफ्ट कर लिया और बुधवार रात होलकर स्टेडियम में ही मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच था।
मैच से पहले कुछ ऐसी बातें हुईं, जिसको लेकर प्रीति काफी भड़क गईं और प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही अपना गुस्सा निकाला। दरअसल मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री जी को वीआईपी टिकट नहीं मिला, जिस पर गुस्सा होकर मंत्री जी ने स्टेडियम की तरफ गुजरने वाले रास्ते बंद करवा दिए और अपने विभाग की जमीन पर पार्किंग पर भी रोक लगा दी।
इस बात को लेकर प्रीति को काफी गुस्सा आ गया। उन्होंने प्रेस कॉनफ्रेंस में मध्य प्रदेश सरकार के अफसरों और अधिकारियों के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए। वहीं किंग्स इलेवन पंजाब के सीईओ सतीश मेनन ने बताया कि हर मैच में अधिकारी 60 से 70 लाख रुपये तक के टिकट की मांग करते हैं।
जानिए क्यों हैं सब एक-दूसरे से नाराज
इस मैच को लेकर सभी एक-दूसरे से नाराज हैं, फैन्स, प्रशासन, फ्रेंचाइजी और नेता जी। फैन्स इसलिए नाराज हैं क्योंकि मोहाली में मिनिमम टिकट 500 रुपये का था, जबकि इंदौर में 900 रुपये का। प्रशासन इसलिए नाराज है क्योंकि प्रीति जिंटा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन पर सवाल उठाए। पुलिस इसलिए नाराज है क्योंकि फ्रेंचाइजी टीम ने उन्हें मांग के आधार पर टिकट नहीं दिए और मंत्री जी इसलिए नाराज हैं क्योंकि उनको वीआईपी गैलरी का टिकट नहीं मिला। वहीं इन सारे बवालों को लेकर फ्रेंचाइजी टीम नाराज है।