लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए साल के पहले ही दिन यानी कि बुधवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। जिसमें सूबे के 22 आईएस अफसरों और 28 पीसीएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। हालांकि किसी भी जिले के कलेक्टर नहीं बदले गए हैं, लेकिन कई जिलों के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को बदल दिया गया है। अविनाश सिंह सीडीओ मिर्जापुर, रामनिवास शर्मा विशेष सचिव गृह, रितु पुनिया एडीएम प्रशासन बदायूं,ब्रजनाथ यादव अपर आयुक्त मुरादाबाद,राम सहाय यादव विशेष सचिव स्वास्थ्य, अमृत लाल बिंद अपर नगर आयुक्त कानपुर,हरिकेश चैरसिया विशेष सचिव व्यवसायिक, अवनीश सक्सेना संयुक्त निर्वाचन आयुक्त,वैभव मिश्रा
Day: January 1, 2020
मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने उलमा और विद्वानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुजफ्फरनगर के प्रभावित इलाकों का दौरा किया
लखनऊ/मुजफ्फरनगर। मजलिसे उलेमा-ए-हिंद के महासचिव इमामे जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने आज शिया . सुन्नी ओलमा और विभिन्न विद्वानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुजफ्फरनगर के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मौलाना हौजाए इल्मिया इमाम हुसैन गये जहॉ मौलाना असद रज हुसैनी और मदरसे के छात्रों से मुलाकात की जिनको पुलिस ने मदरसे में घुसकर मारा था। साथ ही मौलाना कल्बे जवाद नकवी नुर मुहम्मद के घर भी गये। 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानुन और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रर्दशन में नुर मोहम्मद की हत्या होगई थी। 20 दिसंबर को ही पुलिस ने मदरसे मे घुसकर छात्रों और
नए साल पर लखनऊ के लिए अच्छी खबर, स्वच्छता रैंकिंग में पहुंचा 10वें स्थान पर
लखनऊ। स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआती रिपोर्ट आनी शुरू हो गई है। राजधानी लखनऊ के साथ प्रदेश के दो अन्य शहर प्रयागराज व वाराणसी के लिए अच्छी खबर है। रिपोर्ट में प्रदेश के ये तीन शहर टॉप-20 में शामिल हुए हैं। स्वच्छ शहरों में लखनऊ प्रदेश में दूसरा व देश में दसवें स्थान पर पहुंचने में कामयाब हुआ है। प्रयागराज पहले पर प्रयागराज प्रदेश का पहला व देश में नौवें स्थान पर है। उधर वाराणसी प्रदेश में तीसरे व देश में 19वें स्थान पर है। कई बार नम्बर एक पर रहा इंदौर अपना दबदबा बनाए हुए है। देश के स्वच्छ शहरों
नए साल का जश्न गरीबो के संग
हेल्पिंग हैंड्स ने गरीबो के साथ मनाया नए साल का जश्न गरीबो को बाटे नए कपड़े और कम्बल मिठाई खिला कर दी नव वर्ष की शुभकामनाए लखनऊ। 31 दिसम्बर की रात जब पूरे देश के लोग नए साल 2020 के स्वागत के लिए नए लिबास और नए अन्दाज मे स्वागत करने के लिए हजारो रूपए खर्च कर जश्न मे डूबे हुए थे तभी पुराने लखनऊ के कुछ लोग ऐसे भी अपने घरो से निकल कर बाहर आए जिन लोगो ने 31 दिसम्बर की सर्द रात मे सड़क के किनारे और झोपड़ पटटी मे रात गुजारने वाले सैकड़ो गरीबो को गर्म