हिंदुत्व के मुद्दे को नई धार देकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही शिवसेना उत्तर प्रदेश में भाजपा को चुनौती देने जा रही है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे जल्दी ही अयोध्या व वाराणसी का दौरा करेंगे। उद्वव के इस दौरे को लेकर मुंबई में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं।
शिवसेना के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि भाजपा व शिवसेना का पूर्व में गठबंधन केवल महाराष्ट्र तक सीमित रहा है। शिवसेना पहले भी अलग चुनाव लड़ती रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में पार्टी को बढ़ाना शिवसेना का लक्ष्य है।
उद्धव ठाकरे उत्तर प्रदेश के दौरे में अयोध्या व वाराणसी में सभाएं भी करेंगे। शिवसेना के इस कदम को भाजपा पर दबाब की राजनीति भी माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन की तैयारियों में शिवसेना का मजबूती से उत्तर प्रदेश में उतरने से भाजपा को नुकसान हो सकता है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के बाद से ही भाजपा व शिवसेना में नरम-गरम रिश्ते बनने लगे थे। इसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दोनों का गठबंधन टूट गया था।
हालांकि बाद में शिवसेना भाजपा सरकार में शामिल हो गई। इसके बाद शिवसेना ने लोकसभा चुनाव अलग लड़ने की भी घोषणा कर दी है। लोकसभा में सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के समय भी भाजपा का साथ नहीं दिया था।