अमेरिका की तरफ से किए गए ड्रोन हमले में तहरीक-ए-तालिबाना पाकिस्तान चीफ मुल्लाह फज़ल उल्लाह की मौत की ख़बर है। इस बात की पुष्टि अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने वाइस ऑफ अमेरिका (वीओए) से की है।
आर्मी लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन ओ-डोन्नल ने वीओए को बताया कि 13 जून को कुनार प्रांत में अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के नजदीक आतंकवरोधी अभियान के तहत हमले किए गए थे। हालांकि, पेंटागन के अधिकारियों ने इस बात पर टिप्पणी से इनकार किया ये हमले हमले सफल रहे या नहीं।
अधिकारियों ने आगे बताया कि मुल्लाह फज़ल उल्लाह अमेरिका और पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े हमले को अंजाम दिया था।
उसने कई खौफनाक हमले के अंजाम दिया था जिनमें दिसंबर 2014 का वह पेशावर का आर्मी पब्लिक स्कूल हमला शामल है जिसमें 151 लोगों की जान चली गई थी। जिसमें मरनेवालों में 130 बच्चे शामिल थे।
अमेरिका ने कहा था कि वह मुल्लाह फज़ल उल्लाह ही था जिसने साल 2012 में नोबल विजेता मलाला युसूफजई की हत्या करने का आदेश दिया था।
तहरीक-ए-तालीबान पाकिस्तान के ट्रेनिंग सेंटर पर अमेरिकी ड्रोन हमले में फज़लुल्लाह के बेटे के मारे जाने के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने उसके ऊपर 5 मिलियन डॉलर का ईनाम रखा था। अधिकारियों ने बताया कि फज़लुल्लाह की स्थिति अभी अस्पष्ट है। अभी तक उसके बारे में हमले को लेकर टीटीपी की तरफ से फजलुल्लाह की मौत को लेकर कुछ भी साफ नहीं है।