मुंबई हमलों पर पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की टिप्पणी पर चर्चा के लिए पाकिस्तानी सेना आज उच्चस्तरीय बैठक करेगी।
शरीफ ने पहली बार सार्वजनिक रूप से एक साक्षात्कार में माना कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। उन्होंने सरकार से इतर तत्वों के सीमा पार करने और लोगों की हत्या करने देने की पाकिस्तान की नीति पर सवाल उठाए थे। शरीफ ने कहा था कि क्या पाकिस्तान को सरकार इतर तत्वों को सीमा पार करने और मुंबई में लोगों की हत्या करने की अनुमति देनी चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति करेगी चर्चा
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने टि्वटर पर कहा, प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को उच्चाधिकार प्राप्त राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुलाने का सुझाव दिया गया है। एनएससी शीर्ष असैन्य तथा सैन्य नेतृत्व का मंच है, जो अहम राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करती है।
बीते शुक्रवार को ‘डॉन’ अखबार के साथ एक खास साक्षात्कार में शरीफ ने मुंबई हमलों से संबंधित मुकदमे को अंजाम तक पहुंचाने में किए जा रहे विलंब को लेकर भी आलोचना की थी।
भारत की भाषा बोलने का आरोप
अपने बयान के कारण शरीफ को विपक्षी नेताओं तथा उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से अलग हुए लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों का कहना है कि शरीफ ने बयान देकर मुंबई हमलों में भारत के रुख का समर्थन किया है और देश के हितों को नुकसान पहुंचाया है।
इमरान खान का जवाब
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने एक ट्वीट में शरीफ को आज के जमाने का मीर जाफर करार दिया। पीटीआई नेता इमरान ने कहा, नवाज शरीफ मौजूदा जमाने के मीर जाफर हैं, जिसने अपने लाभ के लिए मुल्क को गुलाम बनाने में अंग्रेजों की मदद की थी। वह गलत ढंग से अर्जित धन और विदेशों में अपने बेटे की कंपनियों के लिए देश के खिलाफ (भारत के प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की भाषा बोल रहे हैं। वह देश को नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं।
नवाज की सफाई
मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमले पर अपने कबूलनामे को लेकर निशाने पर आए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने दावा किया कि मीडिया ने उनकी टिप्पणियों की गलत व्याख्या की। शरीफ ने एक इंटरव्यू में पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। उन्होंने सीमा पार करने तथा मुंबई में लोगों की हत्या के लिए राज्य से इतर तत्वों को अनुमति देने की नीति पर सवाल उठाया था।
शहबाज शरीफ ने बचाव किया
इस बीच, नवाज शरीफ के छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने कहा कि मीडिया ने पूर्व प्रधानमंत्री के बयान को गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने कहा, क्या कोई विश्वास कर सकता है कि नवाज शरीफ कोई ऐसी चीज कहेंगे। ‘दुनिया टीवी’ ने खबर दी कि एक व्यक्ति ने शरीफ के खिलाफ देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज कराने के लिए चकवाल जिले की पुलिस से संपर्क किया है।