लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के 78वें बर्थडे पर गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी है। सीएम योगी ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन को श्रीरामचरितमानस की एक प्रति भेंट करने के साथ जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाऐं दीं। राजभवन सीएम योगी के साथ वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना भी पहुंचे। उन्होंने भी आनंदीबेन पटेल को जन्मदिन की खूब सारी बधाई दी।आपको बता दें गुजरात की पहली महिला सीएम आनंदीबेन पटेल ने 29 जुलाई 2019 को यूपी के राज्यपाल का पदभार संभाला। बच्चों तथा महिलाओं के प्रति बेहद संवेदनशील आनंदीबेन को गुजरात की आयरन लेडी का खिताब भी मिल चुका है। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का पद संभालने से पहले वह मध्य प्रदेश की राज्यपाल थीं। आबंदीबेन पटेल 1998 से गुजरात की विधायक थीं। आनंदीबेन पटेल का जन्म मेहसाणा के विजापुर तालुका के खरोद गांव में, 21 नवम्बर 1941 को एक पाटीदार परिवार में हुआ था। जानकारी के मुताबिक आनंदीबेन पटेल का पूरा नाम आनंदी बेन जेठाभाई पटेल है। उनके पिता जेठाभाई पटेल एक गांधीवादी नेता थे। उनके पिता को कई बार लोगों ने गांव से निकाल दिया था क्योंकि वह ऊंच-नीच और जातीय भेदभाव को मिटाने की बात करते थे।आनंदीबेन पटेल के ऊपर अपने पिता का भरपूर प्रभाव पड़ा। उनके आदर्श भी उनके पिता हीं हैं। जब कोई लड़कियों को स्कूल नहीं भेजता था उस समय उनकी मम्मी ने हमेशा पढने के लिए प्रोत्साहन दिया। उन्हीं की तरह आनंदीबेन भी किसी में भेदभाव नहीं रखती हैं। उन्होंने कन्या विद्यालय में चतुर्थ कक्षा तक की पढ़ाई की। तत्पश्चात उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए ब्याज स्कूल में भर्ती कराया गया, जहां 700 लड़कों के बीच अकेले लड़की थीं। विद्यालीय शिक्षा के दौरान एथलेटिक्स में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए उन्हें बीर बालिका पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं साल 1960 में उन्होंने विसनगर के भीलवाई कॉलेज में प्रवेश लिया, जहां पूरे कॉलेज में प्रथम वर्ष विज्ञान में एकमात्र लड़की थी। उन्होंने यहां से विज्ञान स्नातक की पढ़ाई पूरी की। स्नातक करने के बाद उन्होने पहली नौकरी के रूप में महिलाओं के उत्थान के लिए संचालित महिला विकास गृह में शामिल हो गईं, जहां उन्होने 50 से अधिक विधवाओं के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की थी। ऐसे में जब उनकी शादी हुई तो वह अपने पति मफतलाल पटेल के साथ 1965 में अहमदाबाद आ गईं, जहां उन्होने विज्ञान विषय के साथ स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। शिक्षा क्षेत्र में ज्यादा रूचि की वजह से उन्होने यही से एमएड की भी पढ़ाई पूरी की और 1970 में प्राथमिक शिक्षक के रूप में अहमदाबाद के मोहनीबा कन्या विद्यालय में अध्यापन कार्य में जुट गईं। इस विद्यालय की पूर्व प्रधानाचार्या रह चुकी हैं। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का पद संभालने के बाद से ही वह बच्चों के साथ महिलाओं को लेकर बेहद सजग हैं। इतना ही नहीं वह बच्चों और महिलाओं के लिए काफी कार्य भी कर चुकी हैं।
