मुंबई हमलों का गुनहगार पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अपनी ऑनलाइन मैगजीन जारी की है। लश्कर ने कहा है कि साल 2021 कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों के लिए मुश्किल होने वाला है।
लश्कर की इस मैगजीन का नाम “Wyeth” है। इसमें लश्कर के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी का इंटरव्यू जारी किया गया है। इसके अलावा मैगजीन में उन आतंकी हमलों की एक लिस्ट भी दी गई है जो साल 2017 में इसे कैडर्स की ओर से अंजाम दिए गए। मैगजीन में कहा गया है कि कश्मीर में वह ‘आम आदमी के संघर्ष’ में मदद कर रहा है।
गजनवी ने इस सवाल का भी जवाब दिया है कि क्या लश्कर, पाकिस्तान सेना का ही अंग है? गजनवी ने कहा लश्कर एक आम आदमी का संघर्ष है जो जम्मू कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को प्रदर्शित करता है। गजनवी ने यह भी कहा कि कश्मीर में आजादी के अधूरे एजेंडे को पूरा करने के लिए वहां जारी संघर्ष को नैतिक और कानूनी तौर पर समर्थन देना पाकिस्तान की मजबूरी है।
गजनवी ने कहा कि अब तक लश्कर की ओर से कुरान और हादिथ पर आधारित साहित्य को वितरित किया जाता रहा है। इसके जरिए लश्कर हमेशा यह बताने की कोशिश करता आया है कि कुछ लोग गलत रास्ते पर हैं और ऐसे लोग भारत को उसके मकसद को हासिल करने में मदद कर रहे हैं।
आईबी के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर अरुण चौधरी ने कहा, लश्कर हमेशा से टेक सेवी रहा है। वह सोशल मीडिया के माध्यम से स्थानीय लड़कों को उग्रवाद की ओर धकेलने में लगा रहता है। घाटी तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन मैगजीन लश्कर के लिए सबसे अच्छा तरीका है।