दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला तो 2019 लोकसभा चुनाव में आप करेगी भाजपा का समर्थनः

दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला तो 2019 लोकसभा चुनाव में आप करेगी भाजपा का समर्थनः

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को चौंकाने वाली घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार करेगी यदि दिल्ली को केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण राज्य का दर्जा मिल जाए।

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि मोदी सरकार ऐसा करने में नाकाम रही, तो पार्टी “बीजेपी दिल्ली छोड़ो” अभियान आयोजित करेगी। केजरीवाल ने विधानसभा में कहा, “मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं, लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए, लोगों का हर वोट बीजेपी के पक्ष में जाएगा और हम (आप) लोकसभा चुनाव में उनके लिए प्रचार करेंगे।”

लेकिन, अगर वे (बीजेपी) दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं देते हैं तो यहां के लोग कहेंगे- बीजेपी वालों दिल्ली छोड़ो।

दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जानना चाहा कि क्या 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान किया गया उनका यह वादा ” जुमला  ही रहेगा कि भाजपा सत्ता में आने पर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देगी।

केजरीवाल ने कहा , ” हमें दिल्ली के विकास , अपने बच्चों के भविष्य के लिए लड़ना होगा …. मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्लीवासियों से पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वह जुमला था।

अगले लोकसभा चुनावों से पहले केजरीवाल की अगुवाई वाली ‘ आप  ने पूर्ण राज्य के दर्जे के मुद्दे को दिल्ली की जनता के बीच जोरदार तरीके से उठाने का फैसला किया है।

अपने इस अभियान के तहत ‘ आप  पार्टी कार्यकर्ताओं को ” एलजी दिल्ली छोड़ो  का नारा दिया है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को दिल्ली की सातों सीट पर जीत मिली थी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली के लोगों को केंद्र सरकार इतना परेशान कर रही है जितना अंग्रेजों ने भी नहीं किया होगा।

उपराज्यपाल (एलजी) को ब्रिटिश शासन के दौरान के वायसराय जैसा बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली पर 1556 से ही राजाओं  ने शासन किया था, 1947 में भारत को आजादी मिली, लेकिन दिल्ली को अब भी आजादी नहीं मिली, क्योंकि केंद्र ने वायसराय की जगह एलजी को नियुक्त कर दिया है जो राष्ट्रीय राजधानी का शासन चला रहे हैं।

केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में जनता का शासन ही नहीं है। राजा एलजी दिल्ली पर राज कर रहे हैं.. मैं जानना चाहता हूं कि हमें (दिल्लीवासियों को) अब तक आजादी क्यों नहीं मिली। हमारे पुरखों ने भी भारत की आजादी की लड़ाई लड़ी थी।

दिल्ली की आजादी का आह्वान करते हुए आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए अपनी आजादी की खातिर लड़ने, दिल्ली में जनता का शासन कायम करने और एलजी के शासन को उखाड़ फेंकने  का वक्त आ गया है।

बाल गंगाधर तिलक का नाम लेते हुए केजरीवाल ने कहा कि स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है.. हम दिल्ली में स्वराज स्थापित करेंगे क्योंकि एलजी दिल्ली के लोगों के लिए नहीं सिर्फ प्रधानमंत्री के लिए जवाबदेह है।

उन्होंने कहा कि 1992 में केंद्र सरकार ने दिल्ली में चुनाव कराने की व्यवस्था की थी। अंग्रेजों ने भी 1935 में ऐसा ही किया था जिसके तहत चुनाव तो होने लगे, लेकिन ताकत वायसराय के पास होती थी।

केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने 1992 में दिल्ली से भद्दा मजाक किया था। मैं दिल्ली के लोगों से पूछना चाहता हूं कि उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक क्यों माना जाता है ? हम आधे नागरिक क्यों हैं ? दिल्लीवासियों के वोट की कीमत जीरो क्यों है ?

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