आने वाले दिनों में जीएसटी की दरें फिर से कम हो सकती हैं। जीएसटी काउंसिल इस दिश में तेजी से काम कर रहा है। वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सीआईआई के दिल्ली एसएमई फाइनेंस समिट को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि जीएसटी काउंसिल जीएसटी की दरें घटाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। काम पूरा होते ही इसका ऐलान कर दिया जाएगा।
उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि सरकार छोटे उद्योगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में छोटे अहम है। उद्योगपतियों को मोदी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि सरकार जीएसटी सरलीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों को आगे बढ़ाते हुए कई उत्पादों पर लगने वाला जीएसटी घटाएगी। अभी करीब 50 उत्पादों में जीएसटी 28 फीसदी है। इसे धीरे धीरे कम किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जीएसटी काउंसिल ने पहले भी जीएसटी दरें घटाकर आम आदमी को राहत दी है।
बैंकों के बढ़ते फंसे कर्ज (एनपीए) के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पारदर्शिता में यकीन रखती है। केंद्र में एनडीए सरकार बनने के समय बैंकों का एनपीए 4 लाख करोड़ रुपए था। यूपीए सरकार की प्रवृत्ति आंकड़े छुपाने की थी। अगर उस समय सही आंकलन हुआ होता तो बैंकों का खराब कर्ज 10-12 लाख करोड़ रुपए होता।