लखनऊ। अदनान सामी को पद्श्री पुरस्कार मिलने के बाद छिड़े सियासी घमासान में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि अगर पाकिस्तानी मूल के गायक को नागरिकता और सम्मान मिल सकता है, तो पाकिस्तानी मुसलमानों को भी सीएए के तहत देश में पनाह मिलनी चाहिए। मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान समी को जब भाजपा सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है, तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहां के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहां सीएए के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? केंद्र सीएए पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा। बता दें कि सीएए पर लगातार मायावती का हमला जारी है। बीएसपी की ओर से कहा गया है कि वह पीड़ितों को नागरिकता देने का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि धर्म के आधार पर जो नागरिकता दी जा रही है, इसलिए उसका विरोध कर रहे हैं। पाकिस्तानी मूल के जाने माने गायक अदनान सामी को पद्मश्री मिलने के बाद उन्हें लगातार ट्रोल किया जा रहा है। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल लगातार अदनान को पद्मश्री दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। जिस पर अदनान सामी ने कहा कि, ‘जब कांग्रेस सत्ता में थी, उन्होंने मुझे एक पुरस्कार दिया था। तब मैं एक पाकिस्तानी नागरिक था। अब मोदी सरकार ने मुझे एक पुरस्कार दिया है तो सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं? मैं यहां सभी से प्यार करता हूं। इसमें कोई राजनीति नहीं है। ’ आगे कहा कि, ‘जो लोग इसमें राजनीति कर रहे हैं उनका एजेंडा कुछ और है। उन्हें राजनीतिक करने के लिए सिर्फ इश्यू चाहिए, लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है।’
