जनाज़े की नमाज़ पढ़ाते वक्त रो पड़े आयत उल्ला अली खामेनी
लखनऊ। ईरान के शहर केर्मान मे आज बड़ा हादसा हो गया । अमेरीकी ड्रोन हमले मे मारे गए ईरानी कुद्स फौज के कमान्डर जनरल कासिम सुलेमानी के जनाज़े मे मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। जनरल कासिम सुलेमानी के जनाज़े को कान्धा देने के लिए उमड़ी लाखो की भीड़ मे अचानक भगदड़ मच गई । जनाज़े के जुलूस मे हुई दर्दनाक भगदड़ मे 35 लोगो के मरने और 50 से ज़्यादा लोगो के घायल होने की खबर है। ईरानी कुद्स सेना के कमान्डर जनरल कासिम सुलेमानी की 2 जनवरी को ईराक के बगदाद मे अमेरीकी ड्रोन हमले मे उनके आठ साथियो के साथ मौत हो गई थी। जनरल कासिम सुलेमानी ईरान के केर्मान शहर के रहने वाले थे उनका अंातिंम ंसंस्कार उनके पैतृक शहर मे ही होना था इस लिए उनके जनाज़े को ईरान के कई शहरो से गुज़ार कर आज उनके पैतृक शहर केर्मान पहुॅचाया गया था। जनरल कासिम सुलेमानी के जनाज़े की नमाज़ तेहरान यूनिवर्सिटी के सामने ईरान के शीर्श धर्मगुरू आयत उल्ला अली खामेनी ने पढ़ाई इस दौरान आयत उल्ला अली खामेनी रो पड़े। जनाज़े की नमाज़ के बाद जनरल कासिम सुलेमानी का जनाज़ा जुलूस की शक्ल मे चला तो उनके चाहने वालो मे उनके जनाज़े को कान्धा देने की होड़ लग गई इस दौरान भीड़ मे अचानक भगदड़ मची और इस भीषण भगदड़ मे 35 से ज़्यादा लोगो के मरने और 50 से ज़्यादा लोगो के गम्भीर रूप से घायल होने की दुखद खबर मिल रही है। ईरानी कुद्स फौज के शीर्श कमान्डर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हमले मे मौत के बाद ईरान और अमेरिका के बीच कड़वाहट और ज़्यादा बढ़ गई इस बीच ईरान ने एक मस्जिद पर लाल रंग का झंण्डा लगा कर युद्ध के संकेत दे दिए। जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद भारत मे भी उनकी आत्मा की शान्ती के लिए अनेक प्रार्थना सभाए हुई और अमेरिका के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए।
जनरल कासिम सुलेमानी की याद मे हुआ मजलिस का आयोजन
लखनऊ । ईराक के बगदाद मे अमेरीकी ड्रोन हमले मे मारे गए ईरानी कुद्स फौज के कमान्डर जनरल कासिम सुलेमानी की आत्मा की शान्ती के लिए लखनऊ के सआदतगंज रूसतम नगर मे स्थित मुर्शैद मस्जिद मे मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस को मौलाना हबीब हैदर ने खिताब किया। जनरल कासिम सुलेमानी की याद मे मजलिस का आयोजन अहमद शाह, आज़िम अब्बास एंव औन अब्बास ने किया। मुर्शैद मस्जिद मे जनरल कासिम सुलेमानी की आत्मा की शान्ती के लिए आयोजित की गई मजलिस मे सैकड़ो लोगो ने शिरकत कर उनकी आत्मा की शान्ती के लिए दुआॅए मांगी।