लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच बहुजन समाज पार्टी(बीएसपी) सुप्रीमो ने मुसलामनों को बड़ी सलाह दी है। मायावती ने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग सीएए को लेकर फैलाई जा रही अफवाह से सावधान रहें। इसके साथ ही उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार को नसीहत दी है कि नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे की आड़ में मुस्लिम समाज का राजनीतिक शोषण न हो, इसका पूरा ख्याल रखें। ऐसे में मायावती ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया है, मायावती ने कहा कि बसपा की मांग है कि केंद्र सरकार सीएए या एनआरसी को लेकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्दी दूर कर दें। इतना ही नहीं उनको पूरी तरह से संतुष्ट भी करें। इसके साथ ही उनको हर प्रकार से सावधान भी करे। मायावती ने इसके साथ ही कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर मुस्लिम समाज के लोग सावधान भी रहें। यह भी तय कर लें कि कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनीतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को केंद्र से अपील की कि वह एनआरसी और सीएए को लेकर खासकर मुस्लिमों के सभी आशंकाओं को दूर करे। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल 2019 के पारित होने के बाद मुस्लिम समुदाय में उत्पन्न तनाव और भय को दूर करने के लिए यह बहुत जरूरी है। मायावती इससे पहले सीएए विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा को लेकर सरकार से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की थी। उन्होंने पुलिस और जिला तथा प्रदेश प्रशासन को भी निष्पक्ष रूप में कार्य करने की सलाह दी है। बसपा सुप्रीमो ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि नए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में की गई हिंसा में पहले उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ व फिर जामिया यूनिवर्सिटी में और पूरे जामिया क्षेत्र में भी जो काफी बेकसूर छात्र व आमलोग शिकार हुए हैं, यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी पीड़ितों के साथ है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन के बाद सैकड़ों लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। इस हिंसक प्रदर्शन में डेढ़ दर्जन लोगों की मौत भी हो गई थी। बसपा की मुखिया मायावती ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की निंदा करने के साथ ही प्रदेश सरकार से निर्दोष लोगों को छोडने की भी मांग की है।
