लखनऊ। चोरी, लूटपाट और और अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने निजी सुरक्षा एजेंसियों को भी अपने साथ लाने का प्रयास शुरू कर दिया है। सोमवार को रिजर्व पुलिस लाइन में लखनऊ पुलिस ने शहर की प्रमुख सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ बैठक की। इस बैठक में एडीजी जोन एसएन साबत, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी नॉर्थ अमित कुमार भी शामिल रहे। बैठक में पुलिस अधिकारियों ने सिक्योरिटी एजेंसियों की समस्याओं पर ध्यान देने के साथ चोरी और लूट की घटनाओं को रोकने में पुलिस की मदद की मांग की। बैठक में राजधानी के प्रमुख बैंकों, अपार्टमेंन्ट्स, प्रतिष्ठानों व दुकानों की सुरक्षा और निगरानी के बिंदुओं पर चर्चा हुई। सूत्रों के बैठक में इस बात पर खासा जोर दिया गया कि प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों के सिक्योरिटी गार्ड को किस तरह हाईटेक और चैकन्ना बनाया जाए। शहर में लगे सीसीटीवी की माॅनीटरिंग, पार्किंग और सार्वजनिक स्थानों पर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने संबंधी तमाम सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा करते हुए निजी सिक्योरिटी गार्ड्स व उनसे सम्बन्धित एजेंसियों के प्रबंधकों को दिशा-निर्देश दिए। एसएसपी ने कहा कि सिक्योरिटी एजेंसियों के गार्ड इस बात खास ख्याल रखें कि प्रतिष्ठानों, बैंकों, माॅल आदि के प्रवेश द्वार पर आयरन बाक्स जरूर हो। अधिकृत व्यक्ति के असलहों को बाहर ही रखवाया जाए। एसएसपी ने कहा सिक्योरिटी एजेंसियों की हर संभव मदद की जाएगी। उनकी समस्याओं का निराकरण कराने का प्रयास किया जाएगा। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सिक्योरिटी एजेंसियों के प्रबंधकों को तकनीकी संसाधनों जैसे सीसीटीवी, सर्विलांस, फेस रिकग्नीशन, मेटल डिटेक्टर व बैग स्कैनर जैसे उपकरणों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग में लाने का सुझाव दिया। एसएसपी ने एसपी उत्तरी व एसपी ग्रामीण को सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। बैठक में पुलिस अधिकारियों के अलावा सीएफओ, एआरओ लखनऊ व विभिन्न प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों के प्रबंधक मौजूद रहे।
