वेस्टर्न विश्वविद्यालय और मियामी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों के हंसते हुए आंखों के आसपास झुर्रियां पड़ती हैं, उन्हें दुनिया ज्यादा ईमानदार मानती है। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की झुर्रियों के साथ और बिना झुर्रियों के हंसते हुए तस्वीरों को दिखाया। जिसके बाद लोगों को बताना था कि कौन सा व्यक्ति ज्यादा ईमानदार और भरोसेमंद लगता है। तस्वीरें दिखाने के बाद पाया गया कि दिमाग अवधारणात्मक रूप से झुर्रियों वाले चेहरे को ज्यादा ईमानदार और भरोसेमंद मानता है।
झुर्रियां होने का क्या कारण है…
त्वचा पर होने वाली दरारें या सिलवटों को झुर्रियां कहा जाता है। आमतौर यह उम्र के बढ़ने के साथ आती हैं, लेकिन पानी में ज्यादा समय बिताने के कारण भी झुर्रियां दिखने लगती हैं। सूर्य की हानिकारक किरणें, धूम्रपान और डिहाइड्रेशन की वजह से झुर्रियां समय से पहले आती हैं। हालांकि हंसने या उदास होने पर ये चेहरे पर गहरा जाती हैं।