राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव इलाज के लिए आज दिल्ली के एम्स अस्पताल आएंगे, बुधवार को रिम्स के मेडिकल बोर्ड की सिफारिश पर राज्य सरकार के गृह विभाग ने लालू को एम्स ले जाने की हरी झंडी दी थी। अनुमति मिलने के बाद लालू को शाम करीब साढ़े चार बजे रिम्स से रांची स्टेशन ले जाया गया, जहां से वे शाम सवा छह बजे राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हुए थे।
लालू प्रसाद के साथ सात लोग एक ही कोच में सवार होकर दिल्ली आ रहे हैं। उनके साथ विधायक भोला यादव, झारखंड राजद की अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी, असगर अली, कामेश्वर, जनार्दन, संजय सिंह व रमा तिग्गा हैं। लालू की सुरक्षा में सुरक्षा कर्मी भी साथ हैं।
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दोपहर 12 बजे रिम्स पहुंची रिपोर्ट : लालू प्रसाद को एम्स ले जाने की सूचना बुधवार को दिन के 12 बजे रिम्स पहुंची। निदेशक ने बताया कि सूचना मिलने के बाद लालू की रूटीन जांच की गई। उसके बाद उनके डिस्चार्ज की प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें डॉ उमेश प्रसाद, डॉ डीके झा, डॉ मृत्युंजय सरावगी, डॉ प्रवीण झा सहित अन्य चिकित्सक शामिल थे। सभी ने अपनी रिपोर्ट देते हुए दोपहर करीब साढ़े तीन बजे डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया पूरी की।
दो बार मेडिकल बोर्ड होने के बाद मिली अनुमति : रिम्स मेडिकल बोर्ड ने दो बार लालू को एम्स भेजने की सलाह दी। इसके बाद उन्हें गृह विभाग ने एम्स ले जाने की अनुमति दी। पहले बोर्ड ने एक सप्ताह पूर्व उन्हें एम्स ले जाने की सलाह दी थी। लेकिन गृह सचिव ने दोबारा मेडिकल बोर्ड का निर्णय मांगा था।
लालू 12 दिन रिम्स में रहे : 17 मार्च को तबीयत खराब होने के बाद लालू प्रसाद को होटवार जेल से रिम्स में भर्ती कराया गया था। उन्हें बैचेनी के साथ मल द्वार में जख्म की शिकायत थी। रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में उनका इलाज चल रहा था। शुरुआत में उनके जख्म का इलाज डॉ मृत्युंजय सरावगी ने किया। उसके बाद उनके ब्लड की जांच की गई, जिसमें शुगर लेवर और सीरम क्रिएटनीन बढ़ा मिला।
एक सप्ताह से इंसुलिन नहीं ले रहे थे लालू
लालू प्रसाद का शुगर लेवर 280 होने के बाद जब डॉक्टर उमेश प्रसाद और डॉ डीके झा ने उन्हें इंसुलिन लेने की सलाह दी तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने थक-हार कर उनके बीएसटी में दवा नहीं लेने की बात लिख डाली। इस बीच उनके किडनी की जांच भी सही नहीं आ
रही थी। सीरम क्रिएटनीन बढ़ता जा रहा था, जो अंतिम जांच में 1.8 पहुंच गया।
सुबह 10 बजे तक मांगी गई थी रिपोर्ट :
लालू प्रसाद को हायर सेंटर ले जाया जाए या नहीं को लेकर गृह सचिव ने सुबह दस बजे तक दोबारा रिपोर्ट रिम्स अधीक्षक से मांगी थी । जिसके बाद करीब 12 बजे बोर्ड की बैठक रिम्स निदेशक की अध्यक्षता में की गई। करीब 15 मिनट चली बैठक में सभी ने पहले की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर लालू को दोबारा हायर सेंटर भेजने की अनुशंसा की।
इससे पहले सुबह करीब नौ बजे रिम्स में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया था। प्रशासनिक गतिविधि तेज होता देख यह कयास लगाया जा रहा था कि लालू प्रसाद को एम्स ले जाने की तैयारी चल रही है। इस बीच काफी संख्या में लालू समर्थक रिम्स पहुंचने लगे थे। लेकिन दोबारा मेडिकल बोर्ड गठित होने के बाद पता चला कि लालू को फिलहाल नहीं ले जाया जा रहा है।
सरकार की मंशा समझ नहीं आ रही है : भोला यादव
बिहार के विधायक भोला यादव ने दोबारा मेडिकल बोर्ड गठित होने पर सरकार पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि आखिर सरकार की मंशा क्या है यह समझ में नहीं आ रहा। लालू प्रसाद को परेशान किया जा रहा है, रिपोर्ट भेजे जाने के बाद भी सरकार कुछ नहीं कर रही है।