रैपिड रेल आबादी के बोझ से दबी जा रही दिल्ली को बड़ी राहत देगी। साथ ही मेरठ शहर के विस्तार में बड़ी भूमिका निभाएगी। रोजाना दिल्ली आना जाना आसान होगा। मेरठ शहर बड़ा विस्तार लेगा। इसी को देखते हुए एमडीए ने पहले ही अपने क्षेत्र का विस्तार सरधना, मवाना, दौराला, हस्तिनापुर और खरखौदा के साथ 124 गांवों तक कर लिया है। शहर में जमीन की बड़ी उपलब्धता को देखते हुए यहां निजी निवेशक भी पूंजी विस्तार के लिए आ सकेंगे।
मेरठ से दिल्ली के बीच रैपिड रेल का काम एक जुलाई से शुरू करने का लक्ष्य डीपीआर में निर्धारित किया गया था। इसके लिए गाजियाबाद में दुहाई से साहिबाबाद तक सड़क के चौड़ीकरण का काम इस समय चल रहा है। विभिन्न कामों के लिए टेंडर प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी बीच एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने साफ कर दिया है कि ग्राउंड पर रैपिड रेल का काम इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा।
एनसीआर में इस समय जाम बड़ी समस्या है और यह आर्थिक रूप से भी बेहद नुकसानदायक है और पर्यावरण के लिहाज से भी। एनसीआर में 58 हजार वर्ग किलोमीटर में करीब 46 मिलियन लोग रहते हैं। एनसीआर की 39 प्रतिशत आबादी दिल्ली में रहती है, जो क्षेत्रफल में पूरे एनसीआर का महज तीन फीसदी है। देश के जीडीपी में एनसीआर की हिस्सेदारी सात फीसदी है। ऐसे में दिल्ली पर आबादी का दबाव कम करने और पूरे एनसीआर को करीब लाने में रैपिड रेल अहम भूमिका निभाएगी। रैपिड रेल जहां समय, पर्यावरण और धन बचाएगी, वहीं आर्थिक तौर पर बड़े बदलाव लाएगी।
रैपिड-मेट्रो-रेल, बस-हवाई जहाज सब एक ही जगह
एनसीआर में रैपिड रेल का नेटवर्क सभी प्रमुख एयरपोर्ट, प्रमुख आईएसबीटी और मेट्रो के स्टेशनों से लिंक होगा। कश्मीरी गेट, सराय काले खां, आनंद विहार, एयरपोर्ट, इफको चौक, मोहननगर बड़े इंटरचेंज प्वाइंट होंगे। यहां से यात्री मेट्रो, बस और भारतीय रेल से सीधे जुड़ेंगे। रैपिड रेल से दिल्ली के तीन बस टर्मिनल और हवाई अड्डा जुड़ेगा। सराय काले खां के साथ आनंदविहार और कश्मीरी गेट बस अड्डा रैपिड रेल से सीधे जुड़ेगा। कश्मीरी गेट पर मेट्रो और बस अड्डे को रैपिड रेल नेटवर्क से जोड़ने की तैयारी हो रही है। यात्रियों को इंटरचेंज स्टेशनों पर ज्यादा सुविधा देने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) को कंसलटेंट बनाया गया है।
रास्ते में पड़ने वाले मेट्रो स्टेशन और बस अड्डों को स्काईवॉक, एस्केलेटर या लिफ्ट आदि से जोड़ा जाएगा। मेरठ, अलवर और पानीपत के बाहरी रूट पर पड़ने वाले बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों को भी रैपिड रेल से जोड़ने की संभावना तलाशी जा रही है। मेरठ, अलवर और पानीपत रूट पर रैपिड रेल राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ चलेगी। इसके लिए एनएचएआई ने अपनी सहमति दे दी है। राष्ट्रीय राजमार्गों के आसपास बस स्टेशन और रेलवे स्टेशनों को रैपिड रेल से जोड़ा जाएगा।
अहम तथ्य:
पहला चरण:
मेरठ-गाजियाबाद-दिल्ली कॉरिडोर
दिल्ली-गुड़गांव-रेवाड़ी अलवर
दिल्ली-सोनीपत-पानीपत
दूसरा चरण:
दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल
गाजियाबाद-खुर्जा
दिल्ली-बल्लभगढ़-रोहतक
गाजियाबाद-हापुड़
दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत