सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्र कई आदेशों को लेकर चर्चा में रहे। इनमें से कुछ फैसले उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रहते हुए सुनाए तो कुछ सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के बाद दिए। उनके चर्चित फैसलों में दिल्ली के निर्भया गैंगरेप के दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखना और चाइल्ड पोर्नोग्राफी वाली वेबसाइट को बैन करना शामिल है। इसके अलावा केरल के सबरीमाला मंदिर के द्वार महिला श्रद्धालुओं के लिए खोलने के आदेश भी जस्टिस मिश्र ने ही दिए थे। उनके इन पांच सबसे बड़े फैसलों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हुई।
ये अहम फैसले दिए
1 – सिनेमा घरों में राष्ट्रगान अनिवार्य
जस्टिस दीपक मिश्र की अगुवाई वाली पीठ ने 30 नवंबर, 2016 को यह आदेश दिया कि पूरे देश के सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलाया जाए और इस दौरान सिनेमा हॉल में मौजूद तमाम लोग इसके सम्मान में खड़े होंगे। काफी विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार, 9 जनवरी, 2021 को एक अहम फैसले में सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजाने की अनिवार्यता खत्म कर दी।
2- याकूब मेमन की फांसी बरकरार
मुंबई धमाकों में दोषी ठहराए गए याकूब मेमन ने फांसी से ठीक पहले सजा पर रोक लगाने की याचिका डाली थी। इस मामले में 29 जुलाई 2013 की रात को अदालत खुली और सुबह 5 बजे जस्टिस मिश्र ने फैसला सुनाया, ‘फांसी के आदेश पर रोक लगाना न्याय की खिल्ली उड़ाना होगा, याचिका रद्द की जाती है।’