मौसम बदल रहा है। कभी बादल आ जाते हैं और अचानक बारिश होने लगती है, तो कभी धूप निकल आती है और गर्मी बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में वायरल बुखार होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। यूं तो एक बार बुखार की चपेट में आने पर डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता है। मगर आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनकी मदद से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और बुखार भी जल्दी से जल्दी भाग जाएगा। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में : अदरक अरदक भी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद
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बच्चों की सेहत बनानी है तो उनकी डाइट में शामिल कीजिए ये खास चीजें
बच्चों को पूरा पोषण मिले, इसके लिए मां-बाप न जाने कितने जतन करते हैं। एनर्जी ड्रिंक से लेकर खाने के साथ कई तरह के प्रयोग भी आजमाते हैं। मगर बच्चे तो बच्चे। उन्हें जंक फूड से बचाकर पौष्टिक चीजें खिलाना कोई बच्चों का खेल नहीं है। बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए मां-बाप शुरू से ही फिक्र मंद रहते हैं ताकि शारीरिक और मानसिक तौर पर आगे चलकर उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न आए। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप बच्चों के पोषण की टेंशन से मुक्त हो सकती हैं। आइए जानते
आलस देश की एक तिहाई आबादी को बीमार बना रहा,
आलस्यं मनुष्याणां शरीरस्थो महारिपुः’ यानी आलस इंसान के शरीर में रहने वाला सबसे बड़ा दुश्मन है। यह ‘दुश्मन’ अब हमारे लिए जानलेवा साबित होता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों के मुताबिक भारत की 125 करोड़ आबादी में 42 करोड़ लोग आलस की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारत की 34 फीसदी जनसंख्या पर पर्याप्त शारीरिक श्रम नहीं करने की वजह से कई बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। ‘द लांसेंट’ में प्रकाशित सर्वे के मुताबिक भारतीय महिलाओं में शारीरिक श्रम न करने की समस्या पुरुषों की तुलना में दोगुना है। देश
बच्चों में भी आसानी से पकड़ में आएगी टीबी की बीमारी
दिल्ली समेत देश के चार महानगरों में टीबी जांच की नई तकनीकी ‘एक्सपर्ट’के जरिए दो साल की उम्र तक के बच्चों में भी टीबी का सफलतापूर्वक पता लगाया जा सका है। विशेषज्ञ इसे टीबी के उन्मूलन के लिए एक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। मालूम हो, अब तक बच्चों में टीबी की शर्तिया जांच करने वाली कोई भी तकनीकी मौजूद नहीं थी। बलगम की कम मात्रा एवं अन्य बायोलॉजिक सैंपल का परीक्षण कर भी टीबी की मौजूदगी का सही पता लगाया सकता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय टीबी डिवीजन और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ
चाहिए जिम का डबल फायदा तो डाइट में शामिल करें ये 3 चीजें
फिट बॉडी हर किसी की चाहत होती है। इस मामले में अब तो साधारण महिलाएं भी काफी सजग हो गई हैं। वजन नियंत्रित रखने के लिए वह जिम में खूब पसीना बहाती हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि सिर्फ जिम जाने से आप फिट नहीं हो सकती हैं। इसके साथ-साथ एक अच्छी डाइट को फॉलो करना भी बेहद जरूरी है। अपनी डाइट में मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर फूड्स को शामिल करके आप जिमिंग का पूरा फायदा उठा सकती हैं। जरूरी तत्वों से भरपूर फूड्स बॉडी में एनर्जी लेवल और इम्यूनिटी बनाए रखने में मदद करते हैं। आज
वजन घटाने के लिए खूब खाइए गोलगप्पे
गोलगप्पे का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ गया होगा। मगर अक्सर इसे खाने वालों को सेहत के प्रति लापरवाह या चटोरा कहा जाता है। अब अगर कोई आपको यह सब सुनाए तो उसे गोलगप्पे की खासियतें बता सकते हैं। आज हम आपको पानीपुरी खाने के फायदे बताने जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आपकी पसंदीदा पानीपुरी कभी आपका हाजमा नहीं बिगाड़ती है। इसका स्वाद बढ़ाने वाले मसाले दरअसल आपका हाजमा दुरुस्त करते हैं। हमारी बात पर शायद खुद आपको भी यकीन नहीं हो रहा होगा, मगर यह सच है। गोलगप्पे बहुत सारी स्थिति में
खोज रहा कैंसर का इलाज
नासा कैंसर के बेहतर उपचार खोजने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में कोशिकाओं पर अध्ययन कर रहा है। यूएस स्पेस एजेंसी द्वारा जारी एक वीडियो में अंतरिक्ष यात्री सेरेना औनॉन-चांसलर को एंजिक्स कैंसर थेरेपी अध्ययन के लिए माइक्रोग्राइटी साइंस ग्लोवबॉक्स (एमएसजी) के अंदर शोध करते दिखाया गया है। औनॉन-चांसलर इस वर्ष की शुरुआत में अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे और अगले कुछ महीने एंडोथेलियल कोशिकाओं पर प्रयोग करने में बिताएंगे जो रक्त वाहिकाओं की सतह को रेखांकित करती हैं।. नासा के अनुसार, माइक्रोग्रेविटी में भी संवर्धन तश्तरियों के भीतर एंडोथेलियल कोशिकाएं वैसा ही व्यवहार कर रही हैं जैसे कि वे पृथ्वी
एक ही टीके से मिट जाएगा हर तरह के फ्लू का डर
फ्लू चाहे कैसा भी हो, उससे निपटने के लिए भविष्य में एक ही टीका काफी होगा। वैज्ञानिकों ने इंफ्लूएंजा के ऐसे टीके की पहचान की है, जो लगभग हर प्रकार के फ्लू वायरस से रक्षा करने में सक्षम हो सकता है। वैज्ञानिकों ने चूहों पर इसका शोध किया और पाया कि एक ही टीके ने कई फ्लू विषाणुओं के संक्रमण से चूहे का बचाव किया। पत्रिका ‘नेचर कम्युनिकेशन्स’ में छपे शोध के मुताबिक यह टीका हेमागग्लूटीनिन स्टॉक नाम के फ्लू के विषाणुओं के प्रति कड़ी एंटीबॉडी प्रतिक्रिया देता है। यह टीका सार्वभौमिक फ्लू टीके का काम कर सकता है और
Health News: न दवा,
फिजियोथेरेपी यूं तो आधुनिक चिकित्सा पद्धति मानी जाती है, लेकिन भारत में सदियों से चले आ रहे मालिश व कसरत के नुस्खे का ही यह मिला-जुला रूप है। मानसिक तनाव, घुटनों, पीठ या कमर में दर्द जैसे कई रोगों से बचने या निपटने के लिए बिना दवा खाए या चीरा लगवाए फिजियोथेरेपी एक असरदार तरीका है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, मौजूदा समय में अधिकांश लोग दवाइयों के झंझट से बचने के लिए फिजियोथेरेपी की ओर रुख कर रहे हैं, क्योंकि यह न केवल कम खचीर्ला होता है, बल्कि इसके दुष्प्रभाव की आशंका न के बराबर होती है। आइए, सबसे
रोज के सिरदर्द को न करें नजरअंदाज
आए दिन सिरदर्द की समस्या से अगर परेशान रहते हैं, तो इसे नजर अंदाज करना ठीक नहीं है। आम लगने वाला यह सिरदर्द माइग्रेन भी हो सकता है। बेहतर होगा कि इसके लक्षणों को समझें और सतर्क रहें। माइग्रेन भी एक तरह का सिरदर्द है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति को रह-रहकर सिरदर्द के बहुत तेज अटैक पड़ते हैं। लगभग चार में से एक महिलाएं और 12 में से एक पुरुष माइग्रेन की समस्या से जूझते हैं। अमेरिका में इस समस्या से लगभग 30 प्रतिशत लोग ग्रस्त हैं, जबकि भारत में इससे कहीं ज्यादा लोग माइग्रेन की समस्या से परेशान हैं। माइग्रेन